उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में ग्राम पंचायत कुतुकपुर साहब के मजरा रामगढ़ का मुख्य मार्ग कच्चा होने एवं पानी निकासी न होने के कारण जलभराव रहने से दलदल बना हुआ है। ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मार्ग को पक्का कराए जाने की मांग की है। घटना नगलासिंघी थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव की है। गांव में पांच सौ की आबादी है। गांव में गलियां तो पक्की है, किंतु गांव का मुख्य मार्ग आजादी से लेकर आज तक कच्चा है। करीब 400 मीटर कच्चे मार्ग को बनाने के लिए ग्रामीणों ने हर संभव प्रयास किए किंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। जनप्रतिनिधियों से आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं मिला। हालात है ये कि इस गांव की गलियों में जल निकासी का कोई साधन न होने से घरों से निकलने वाला पानी रास्ते में भरा रहता है।बरसात में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं। कीचड़ दलदल का रूप ले लेती है। जिससे आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण सड़क तक जाने के लिए खेतों व मेड़ों के रास्ते निकलने को मजबूर हैं। सबसे अधिक परेशानी छोटे बच्चों व बुजुर्गों व महिलाओं को हो रही है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से नाली सहित खरंजा बनवाए जाने की मांग की है। मांग करने वालों में पूरन सिंह, कालीचरण, धाराजीत, पंचम सिंह, नरायन सिंह, मूंगाराम, शिव चरण, अयोध्या सिंह, सरमन सिंह आदि हैं।कई बार शिकायत के बावजूद भी खड़ंजा नहीं बनाया गया है। प्रधान भी इस बारे में कोई बात सुनने को तैयार नहीं हैं। जहां एक तरफ गांव में कीचड़ भरा हुआ है तो दूसरी तरफ संक्रमण का भी खतरा बना हुआ है। -रमेशचंद्र-ग्रामीण अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से मौखिक तथा लिखित रूप से शिकायत कर चुके हैं, मगर आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। आलम यह है कि बरसात के मौसम में कोई रिश्तेदार भी उनके यहां आने को तैयार नहीं होता।