उत्तर प्रदेश के फतेहपुर। बिजली विभाग के मीटर बदलने के मामले हुई गड़बड़ी जांच की शुरू हो गई है। पिछले छह महीने में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं के मीटर बदले गए हैं। अकेले खंड प्रथम में 850 मीटर बदले गए हैं। इन मीटरों में करीब छह लाख किलोवाट की रीडिंग डंप पाई गई। अब तक 250 मीटरों की जांच प्रयोगशाला में कराई गई है। इनमें कई मीटरों में छेड़छाड़ पाई गई। मीटर से छेड़छाड़ करने वालों से वसूली की जाएगी जांच में इन मीटरों में करीब छह लाख किलोवाट की रीडिंग डंप मिली है।एक्सईएन प्रथम राजमंगल सिंह ने बताया कि संदिग्ध मीटर बदले जा रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे मीटर मिले हैं, जिनमें रीडिंग डंप मिली है। प्रयोगशाला में मीटरों की जांच कराई जा रही है। यदि जान बूझकर उपभोक्ताओं ने मीटर से छेड़छाड़ की है या उसकी रीडिंग प्रभावित हुई है, तो ऐसे लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। अब तक मीटर मामले में 20 उपभोक्ताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं अप्रैल से अब तक बिजली चोरी के मामले में 500 उपभोक्ताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई है। एक्सीएन प्रथम ने बताया कि रीडिंग स्टोर और मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं से वसूली की तैयारी में विभाग जुटा है। इनसे 6.50 रुपये किलोवाट की दर से वसूली की जाएगी। इसके लिए संबंधित उपखंड अधिकारी को निर्देशित किया है।वहीं, जिले में बिजली विभाग के अधिकारियों के नित नए कारनामे सामने आ रहे हैं। अब हरिहरगंज उपकेंद्र में तैनात जेई कल्लूराम यादव की विभागीय जांच शुरू हो गई है। जेई के विरुद्ध राजस्व क्षति की शिकायत यूपीपीएसीएल अध्यक्ष एम देवराज से हुई थी। इस पर मुख्य अभियंता वितरण विनोद कुमार ने प्रकरण की जांच रिपोर्ट तीन दिन के अंदर अधीक्षण अभियंता से मांगी है।अधीक्षण अभियंता प्रमोद अग्निहोत्री ने बताया कि जेई कल्लूराम यादव पर उपभोक्ता करुणा शंकर का सात लाख दो हजार 233 रुपये बकाया होने के बावजूद नया कनेक्शन कर राजस्व की क्षति करने की शिकायत है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे