उत्तर प्रदेश के फ़र्रुखाबाद ज़िले मे कमालगंज के कटरी में स्थित खेत से घर लौटते समय गंगा में स्नान करने के दौरान पुत्र और चचेरे भाई को डूबता देख ग्रामीण ने छलांग लगा दी। गहरे पानी में चले जाने से तीनों लापता हो गए। ग्रामीण और गोताखोर तीनों की तलाश में जुट गए। एक ही परिवार के तीन लोगों के डूबने से परिजनों में कोहराम मच गया। सीओ अमृतपुर प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दो घंटे बाद ग्रामीण का शव बरामद हुआ। बालक और युवक के शव देर रात तक नहीं मिले। अंधेरा होने पर खोजबीन बंद कर दी गई।कस्बा के निकटवर्ती गांव मकूनगला निवासी राम सिंह शुक्रवार दोपहर अपने पुत्र शिवकुमार (36), पौत्र रोहित (10), भतीजे संदीप (32) और संदीप के पुत्र सिद्धू के साथ गंगा के दूसरी ओर कटरी में स्थित खेत पर गए थे। बरसात में भीगे हुए गेहूं के बोझ को एकत्रित कर सभी डोंगा यानी छोटी नाव से गंगा पार कर वापस लौटे रहे थे। शाम करीब 5 बजे कल्लू नगला गांव के सामने डोंगा से उतरने के बाद संदीप ने अपने पुत्र सिद्धू को गंगा स्नान कराया। इस पर रोहित भी स्नान की जिद पर अड़ गया। संदीप रोहित के साथ स्नान कर रहा था। तभी गहरे पानी में चले जाने से दोनों डूबने लगे। भाई और पुत्र को डूबता देख शिवकुमार ने गंगा में छलांग लगा दी। तीनों गहरे पानी में लापता हो गए। रामसिंह की सूचना पर परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। कल्लू नगला और जंजाली नगला के ग्रामीण डूबने वालों की तलाश में जुट गए। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। घाट पर पहुंची शिवकुमार की पत्नी मीना, मां श्यामा देवी, संदीप की पत्नी रंजना रोती बिलखती रही। पुलिस ने आजाद नगर भटपुरा से गोताखोरों को बुलाकर खोजबीन कराई। 2 घंटे बाद घटनास्थल से करीब चार सौ मीटर दूर स्थित जंजाली नगला गांव के पास से शिवकुमार का शव गोताखोरों ने बरामद कर लिया। शव को देख परिजन चीखने चिल्लाने लगे। अंधेरा हो जाने पर रात करीब 8 बजे गोताखोरों ने खोजबीन बंद कर दी पुलिस मामले ज्कि जांच कर रही हे