उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में कमालगंज। देव सरिता मां गंगा के प्राकट्य दिवस पर्व गंगा दशहरा पर श्रृंगीरामपुर में हर हर गंगे, जय गंगे मैया के उदघोष के साथ पुण्य की बंशी बजी। गंगा के अनगिनत घाटों पर पवित्र स्नान किया गया। अत्यधिक फलकारक रवि व सिद्धि योग नक्षत्र में गंगा स्नान को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बड़ी संख्या में मध्यप्रदेश के ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना सहित कई जिलों के स्नानार्थियों ने भी डुबकी लगाई। श्रद्धा व आस्था की लहरों के आनंद में लोग डूबे रहे। सोमवार शाम से ही गंगा दशहरा स्नान को श्रद्धालु तीर्थनगरी श्रृंगीरामपुर पहुंचने लगे थे। मंगलवार को भोर होने से पहले ही गंगा स्नान शुरू हो गया। इटावा, औरैया, मैनपुरी आदि जिलों के साथ ही मध्यप्रदेश के श्रद्धालु स्नान कर रवाना होते रहे। फिर कन्नौज के छिबरामऊ, सिकंदरपुर, तालग्राम, तेराजाकेट आदि से जत्थे पहुंचने लगे। सुबह स्थानीय मेला भी तेज हो गया। तट पर स्नान-दान, पूजा अर्चना के साथ ही श्रृंगी ऋषि मंदिर में भी दर्शन को भीड़ उमड़ती रही। मेला स्थल से करीब 2.5 किलोमीटर गंगा तट तक स्नानार्थियों का रेला चलता रहा। बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे व युवाओं के कदम श्रद्धा के साथ बढ़े जा रहे थे। जिला पंचायत की ओर इस बार ठेकेदार के बजाय सीधे व्यवस्थाएं कराई गईं। गंगा तट व मेला स्थल पर जनरेटर से रोशनी की गई। गंगा मार्ग व घाट पर जाम लगने से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए रामलीला मैदान में पार्किंग स्थल बनाया गया। बैरिकेडिंग लगाकर पुलिसकर्मी चार पहिया वाहन व ट्रैक्टर ट्रॉली को पार्किंग स्थल पर रोकते रहे। सुबह 11 बजे भीड़ कम होने पर बैरिकेडिंग खोली गई। गंगा स्नान के बाद कई ट्रैक्टर पर महिलाएं ढोलक व मंजीरे के साथ गंगा मैया का कीर्तन कर रही थी। भंडारों की भी धूम रही। प्राथमिक विद्यालय श्रृंगीरामपुर के सामने विधायक भोजपुर नागेंद्र सिंह राठौर ने विशाल भंडारे में प्रसाद बांटा। चौराहे पर मैनपुरी जनपद के भक्तों ने भंडारा किया। जिला पंचायत ने गंगा में गहरे पानी के पीछे कुछ बांस तो लगवाए लेकिन झंडी या लिखे हुए संकेत नहीं लगवाए। विश्रांतों से गंगा घाट तक रास्ते में वाहनों के निकलने से उड़ने वाली धूल से लोग परेशान हुए। ग्रामीणों ने कहा छिड़काव हो जाता तो समस्या नहीं रहती। महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए कोई इंतजाम न होने से दिक्कत रही।