उत्तर प्रदेश के कानपुर में किसान बाबू सिंह आत्महत्या मामले में गिरफ्तार राहुल जैन ने बताया कि भाजपा नेता डॉ. प्रियरंजन आशु दिवाकर के कहने पर और मोटा मुनाफा कमाने के लालच में जमीन पर निवेश किया था। कहा कि उसे नहीं पता था कि जमीन विवादित है। पुलिस ने सोमवार को मुकदमे के आरोपी भाजपा नेता के करीबी राहुल जैन को दिल्ली से गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। राहुल ने पूछताछ में बताया कि भाजपा नेता ने यह जमीन अपने ड्राइवर बबलू के नाम पर खरीदी थी। इसमें करीब 16 लाख रुपये के स्टांप लगे थे। स्टांप के लिए एक नंबर के धन का इंतजाम बबलू नहीं कर पा रहा था।इसकी वजह से डॉ. प्रियरंजन आशु दिवाकर ने उनसे संपर्क किया। उनसे जमीन खरीदने के लिए कहा और भरोसा दिलाया कि जब जमीन बेची जाएगी तो उन्हें इसका उचित लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें जमीन संबंधी विभाग की कोई जानकारी नहीं दी गई। एक तरह से डा. प्रियरंजन ने उन्हें धोखे में रखा।राहुल जैन के अलावा मंगलवार को आरोपी भतीजे जितेंद्र की भी गिरफ्तारी की सुगबुगाहट रही। हालांकि पुलिस ने अब तक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों के अनुसार जितेंद्र को पुलिस ने शहर के बाहर एक गांव से पकड़ा है। पुलिस के पहुंचने पर वह बचने के लिए एक संदूक में छिपकर बैठ गया था। किसान बाबू सिंह की खुदकुशी के मामले में बरामद सुसाइड नोट की फॉरेंसिक रिपोर्ट जल्द प्राप्त करने के लिए पुलिस एफएसएल को रिमाइंडर भेजेगी। ज्वाइंट सीपी की तरफ से लैब को जल्द रिपोर्ट देने के लिए पत्राचार शुरू कर दिया गया है। इस मामले में अब तक 150 लोगों को उठाकर पूछताछ की गई है।