जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी थानेदारजिसका नाम कालुराम पुत्र कस्तुरी लाल ओड राजपूत है। 36 साल का यह आरोपी राजस्थान के श्रीगंगानगर के घड़साना में पुलिस थाना रावला इलाके के गाँव-चक 1-एस के एमए का रहने वाला है। उसके खिलाफ 24 से ज़्यादा मुकदमे पहले से दर्ज हैं। अब पुलिस अभियुक्त के खिलाफ केस दर्ज कर की कार्यवाही कर रही है। इससे कई और भी वारदातें खुलने की संभावना है। पुलिस उपायुक्त जयपुर (उत्तर) IPS राशि डोगरा IPS ने बताया कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में नकली पुलिस अधिकारी बनकर घूमने वालों की शिकायतें मिली थीं।
जिसके संबंध में ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर (उत्तर -11) धर्मेन्द्र सिंह सागर के निर्देशन, सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली जयपुर उत्तर नरेन्द्र कुमार RPS के सुपरविजन में मोहम्मद शफीक खान पुलिस इंस्पेक्टर थानाधिकारी संजय सर्किल के नेतृत्व एक टीम गठित की गई।
पुलिस अधिकारियों, एक्साइज कमिश्नर की मोहर, लेटर हेड और फर्जी लाइसेंस भी मिले
पुलिस की इस गठित टीम ने लगातार कोशिश करते हुए परम्परागत पुलिसिंग और अपने इंफॉर्मेशन सिस्टम से जानकारियाँ हासिल की। जिसके आधार पर थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान ने मंगलवार को जयपुर में स्टेशन रोड पर टेलर की दुकान पर पुलिस यूनिफॉर्म लेने आए शख्स से पूछताछ की और चेक किया, तो उसके पास पुलिस अधिकारियों के लेटर पेड, एक्साइज कमिश्नर, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, एसपी बाड़मेर की सील, मोहर और डोडा पोस्त की दुकानों के फर्जी लाइसेंस सहित पुलिस का फर्जी पहचान पत्र आदि मिले। जिनको जब्त कर FIR संख्या 84/2023 धारा 419,170 IPC में दर्ज की गई। अभियुक्त के साथ गिरोह में दो- तीन सदस्य और शामिल हैं।अनुसंधान जारी है और कई वारदात खुलने की संभावना है।
वारदात का तरीका
आरोपी पुलिस अधिकारी की वर्दी में लोगों से मिलकर उन्हें विश्वास में लेकर डोडा पोस्त औरबीयर बार के लाईसेंस जारी करवाने और कृषि लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करता है। खुद को थानेदार बताकर लोगों को पुलिस के उच्च अधिकारियों से सम्पर्क बताकर और अन्य विभागों के लेटर पैड, स्टाम्प, मोहर दिखाकर उनका काम करवाने की बात कह कर झांसा देकर ठगी करता है।