उत्तर प्रदेश के इटावा। बुधवार को उमस भरी गर्मी से एक ओर लोग खासे बेचैन रहे, दूसरी ओर जिला पुरुष अस्पताल आए मरीजों व तीमारदारों को पीने के लिए आरओ प्लांट सूखा पड़ा होने से तीमारदारों को पानी नहीं मिल सका। इस वजह से दवा लेने आए मरीजों व तीमारदारों को पानी की तलाश में इधर-उधर भागदौड़ करनी पड़ी। कहीं, धीरे-धीरे पानी निकलने से लोग बोतल नहीं भर पा रहे थे।जिला पुरुष अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब एक हजार से अधिक मरीज आते हैं। अल्ट्रासाउंड कक्ष के पीछे पांच हजार लीटर का आरओ प्लांट लगा है, जबकि ओपीडी कक्ष में लगे वाटर कूलर से ठंडा की बजाए सादा पानी निकल रहा था। जबकि ब्लड बैंक की ओर जाने के लिए वाटर कूलर से पानी बूंद-बूंद निकल रहा था। इस वजह से लोगों को पानी की बोतल भरने में काफी देर लगी। बाहर आयुष विभाग की ओपीडी की ओर लगे नल से भी लोग सादा पानी भर रहे थे। पर्चा बनवाने और डॉक्टरों को दिखाने व दवा लेने के लिए ऊपर नीचे आ जाने की वजह से प्यास लगने पर जब वह पानी की तलाश में जाते हैं, उन्हें आरओ प्लांट से पानी की एक बूंद नहीं मिलने पर परेशानी उठानी पड़ती है। प्यास लगने पर जब वह वाटर कूलर पर जाते हैं तो उन्हें ठंडे की बजाए सादा पानी पीना पड़ता है। आरओ प्लांट से बोतल लेकर पानी भरने आई महिला ने सभी नलों की टोंटियां दबाईं लेकिन, किसी से भी पानी की एक बूंद नहीं निकली। शहर के कटरा बल सिंह से आईं यशोदा देवी ने बताया कि वह अपनी बहु दीपिका को दिखाने अस्पताल आए हैं। बहु के लिए पानी लेने आए हैं, लेकिन पानी नहीं मिला। अब बाहर से खरीदकर या किसी ओर नल से पानी लाना पड़ेगा। आरओ प्लांट ठीक है खराबी जैसी कोई बात नहीं है। जिला अस्पताल में बंदरों का आतंक है हो सकता है टंकी पर चढ़कर पानी सप्लाई की चाबी घुमा दी हो। जिससे पानी बंद हो गया हो। पता लगवाकर पानी की सप्लाई बहाल करा देंगे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही हे