उत्तर प्रदेश के इटावा। सवा आठ लाख रुपये की धांधली के मामले में डीडीओ ने ग्राम पंचायत नसीरपुर बोझा के वीडीओ को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही गबन में सांठगांठ होने पर डीडीओ ने डीपीआरओ को ग्राम प्रधान और उपायुक्त मनरेगा को तकनीकी सहायक पर कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा है। जिला विकास अधिकारी एस कृष्णा ने बताया कि महेवा विकास खंड की ग्राम पंचायत नसरीपुर बोझा में तैनात वीडीओ राम कुमार गुप्ता मनरेगा और विभागीय कार्यों की जांच में आठ लाख 25 हजार 856 रुपये के गबन पाया गया है। इनकी ओर से मनरेगा में कार्य न करने वाले 17 व्यक्तियों को 1,95,822 का अनियमित रूप से भुगतान कर शासकीय धनराशि का दुरुपयोग किया गया। एक ही कार्य (नसीदीपुर सरहद से मुड़ैना कला तक नाला सफाई कार्य नसीरपुर बोझा) पर दो बार 2,40,264 का अनियमित रूप से भुगतान किया गया। इसके साथ ही मृतक मनीष कुमार पुत्र अशोक कुमार के जाॅब कार्ड संख्या 216 से 12,567 रुपये का भुगतान करा लिया।
माधवी पत्नी अरुण कुमार के पशुशेड निर्माण के नाम पर 87, 994 रुपये निकाल लिए गए। जबकि मौके पर कोई निर्माण नहीं कराया गया। प्राथमिक विद्यालय घुघसीना के पास तालाब का सुंदरीकरण व सफाई के कार्य 80 प्रतिशत जेसीबी मशीन से काम कराया गया। इस पर खर्च दिखाकर 2,09,080 का दुरुपयोग किया गया। सूरजमुखी पत्नी बदलू का पशुशेड के लिए खरीदा गया सामान कार्य से अधिक दिखाया गया है। इसमें 50,129 रुपये का दुरुपयोग किया गया। गांव में छह कार्यों पर नागरिक सूचना बोर्ड के नाम पर प्रति बोर्ड पांच हजार निकाले गए, जबकि मौके पर कोई बोर्ड न लगाकर 30 हजार रुपये का गबन किया गया है।
जांच में यह सभी मामले सिद्ध होने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इस गबन में प्रधान और तकनीकी सहायक की सांठगांठ होने पर डीपीआरओ और उपायुक्त श्रम रोजागार को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।