उत्तर प्रदेश के इटावा। सफारी पार्क में लगातार वन्यजीवों की मौतों के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। शेर केसरी की मौत बाद डीडी का तबादला कर दिया गया है। वहीं, अब पूर्ण कालिक निदेशक को भी लाने की तैयारी चल रही है।बीते पांच माह से सफारी में वन्यजीवों की मौतों का सिलसिला जारी है। मौतों के बाद लगातार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सफारी की उपेक्षा करने और प्रबंधन की लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।
शनिवार को लंबे समय से बीमार चल रहे शेर की मौत के बाद शासन ने डीडी जय प्रकाश सिंह का तबादला कर दिया है। वहीं, पिछले कई दिनों से अवकाश पर चल रहीं निदेशक के भी बदले जाने का अंदेशा है। रविवार को नए डीडी डॉ. विनय कुमार सिंह ने चार्ज भी संभाल लिया है। सूत्रों के अनुसार, शासन अब यहां पूर्ण कालिक निदेशक लाने की तैयारी में है। क्योंकि सफारी में दो वर्षों से पूर्णकालिक डायरेक्टर की तैनाती नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि सफारी की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं रह पाने से वन्य जीवों की मौत हो रही हैं।
आठ जुलाई से लेकर दो दिसंबर तक सफारी में 15 वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। प्रभारी निदेशक डीएफओ अतुल कांत ने बताया कि डीडी का तबादला किया गया है। नए डीडी ने चार्ज संभाल लिया है।सफारी के शेर बाहुबली भी कब्ज और पेट की समस्या से जूझ रहा है। लंबे समय से उसका उपचार विशेषज्ञों की निगरानी में कराया जा रहा है, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा है। सूत्रों के अनुसार, उसकी डाइट भी लगातार कम हो रहा है।