उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले मे नगर पालिका इटावा चेयरमैन पद के लिए इस बार किसी निर्दलीय के न खड़ा होने से भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। भाजपा ने जहां पूर्व विधायक अशोक दुबे की पत्नी कुसुम दुबे को खड़ा किया है। वहीं सपा ने निर्दलीय चेयरमैन रह चुके संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता पर दांव खेला है।2017 में भाजपा लहर के बीच पार्टी ने नगर पालिका इटावा से व्यवसायी अन्नू गुप्ता की पत्नी विनीता गुप्ता को प्रत्याशी बनाया था। वहीं सपा ने पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद की पत्नी नौशाबा खानम पर भरोसा जताया था। बसपा ने पुष्पा देवी और कांग्रेस ने अल्पना यादव को प्रत्याशी बनाया था। आरएलडी और आप ने भी प्रत्याशी उतारे थे। वहीं 10 प्रत्याशी निर्दलीय थे। नौ प्रत्याशियों ने लगभग सात से आठ हजार वोटों का नुकसान प्रमुख प्रत्याशियों को पहुंचाया था। हिंदूवादी नेता के रूप में उभरे प्रदीप शर्मा की पत्नी सन्नी शर्मा ने 17,751 वोट पाकर भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाई थी। इसके कारण सपा प्रत्याशी ने करीब 10 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी। इस बार एक भी निर्दलीय प्रत्याशी न होने से पांच प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 2,17,739 मतदाता करेंगे।सपा ने इस बार 2012 में निर्दलीय के रूप में जीत दर्ज करने वाले संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक अशोक दुबे की पत्नी को कुसुम को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों के प्रत्याशी मजबूत हैं। सीधा मुकाबला अब सिर्फ इन दोनों पार्टियों में माना जा रहा है। हालांकि सपा से अंतिम दिन टिकट कटने से नाराज इदरीश अंसारी ने पुत्रवधू गुलनाज को बसपा से खड़ा करके सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी की है, लेकिन मुस्लिम वोट किस ओर जाएगा यह वक्त ही तय करेगा। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सपा पर खासा असर नहीं पड़ेगा। वहीं कुछ का कहना है कि सपा प्रत्याशी वैश्य होने की वजह से भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास जरूर होगा