उत्तर प्रदेश के इटावा बस चालक अब यात्रियों की जान जोखिम में डालने से भी नहीं चूक रहे हैं। मंगलवार दोपहर एक घंटे की हुई तेज बारिश से मैनपुरी अंडरपास में करीब साढ़े चार फीट पानी भर गया। इटावा से आगरा के लिए निकली आगरा के ईदगाह डिपो के चालक ने पानी भरा देखकर भी बस उतार दी। इससे उसमें सवार करीब 30 सवारियों की जान जोखिम में पड़ गई। लोग किसी तरह लोगों की सहायता से पानी के बीच से निकले। मंगलवार दोपहर ईदगाह डिपो की रोडवेज बस करीब 30 सवारियों को लेकर आगरा के लिए निकली थी। अंडरपास में पानी भरा होने के बावजूद चालक ने बस उतार दी। बीच में बस पहुंचते ही रुक गई और बस में पानी भरने लगा। इससे बस में सवार महिलाएं और बच्चों में चीख पुकार मच गई। जानकारी मिलने पर नगर पालिका के कर्मचारी पहले छोटी जेसीबी लेकर पहुंचे, लेकिन वह गहराई में नहीं जा सकी। इस पर बड़ी जेसीबी मंगाई, लेकिन वह भी बस के पास तक नहीं पहुंच सकी। यात्री खुद ही बस ने नीचे आकर किनारे बने लगभग दो फुट ऊंचे फुटपाथ डूबते हुए निकले। वहीं बस को करीब दो घंटे बाद पानी उतरने के बाद उतारा गया। यात्रियों ने बताया कि उन्होंने चालक से पानी में से बस न निकालने को कहा, लेकिन बात नहीं सुनी और बस पानी के बीच में पहुंचकर फंस गई। बस में सफर के दौरान करीब 30 यात्री सवार थे। परेशान यात्रियों ने परिचालक से किराया वापस ले लिया। ऑटो से रोडवेज बस अड्डा पहुंचे। चालक की नासमझी की वजह से यात्रियों का न सिर्फ कीमती समय बर्बाद हुआ, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी हुआ। उधर, एक ट्रैक्टर चालक ने भी पानी भरा होने के बाद ट्रैक्टर अंदर उतार दिया था। रोडवेज बस के बारिश के दौरान मैनपुरी अंडरपास के जलभराव में फंसने से बचने को लेकर निर्देश दे रखें हैं। बारिश के दौरान एनाउंसमेंट भी कराते रहते हैं। लेकिन इटावा डिपो के अलावा अन्य डिपो के चालक नहीं मानते और बस को जलभराव से निकालते हैं। इसकी रोकथाम को लेकर कुछ और कदम उठाने होंगे।