उत्तर प्रदेश के इटावा आईटीआई चौराह के पास स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराई गई महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। परिजनों ने डॉक्टरों पर ऑपरेशन के बाद टांके नहीं लगाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव को रखकर विरोध जताया। मौके पर पहुंचे डिप्टी सीएमओ ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया। बलरई थाना क्षेत्र के गांव बाउथ निवासी रामचंद्र ने बताया कि वह अपनी पत्नी भूरी देवी को तीसरे बच्चे के प्रसव के लिए गांव की आशा बहू के कहने पर आईटीआई चौराहे के पास स्थित एक अस्पताल में 30 जून को साढ़े तीन बजे भर्ती कराया था। यहां डाक्टरों ने उसका चेकअप कर भर्ती कर लिया। एक जुलाई की रात लगभग 11 बजे उसका ऑपरेशन कर महिला ने बच्ची को जन्म दिया। ऑपरेशन करने के बाद महिला को उसी हालत में परिजनों को बुलाकर उसे ओटी से बाहर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बिना टांके लगाए ही उसे निकाल दिया। हालत बिगड़ने पर परिवार के लोग उसे निजी एंबुलेंस से आगरा ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि भर्ती कराने से पहले डॉक्टरों ने उससे आपरेशन के नाम पर फीस भी जमा कराई थी। भूरी देवी की मौत होने के बाद परिजन रविवार शाम करीब पांच बजे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे और शव रखकर विरोध जताया। उन्होंने डॉक्टर व आशा बहू खिलाफ कार्रवाई की जाए व अस्पताल प्रशासन से फीस को वापस कराई जाए। सूचना पर थाना पुलिस और डिप्टी सीएमओ मौके पर पहुंचे। डिप्टी सीएमओ श्रीनिवास यादव ने बताया कि अस्पताल पंजीकृत है। सर्जन ने महिला का ऑपरेशन किया था। पूरी तरह से जांच की जाएगी और नियमानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर कर रही हे