उत्तर प्रदेश के इटावा के सैफई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कार्यरत एक एमआरआई टेक्निशियन को विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार के पास स्थित बिल्डिंग में निजी एक्सरे सेंटर संचालित करते पकडा। यह कार्यवाई प्रशासनिक अधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ निजी अस्पतालो की चेकिंग अभियान के तहत की गई। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार स्थित बिल्डिंग में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। जहां एक्सरे सेंटर संचालित मिला। इस दौरान उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कार्यरत एमआरआई टेक्निशियन मौके पर मिला। अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार यादव के कागजात दिखाने की कहने पर वह दिखा नहीं सका। रजिस्टर चेक करने पर विश्वविद्यालय की ओपीडी एवं इमरजेंसी ट्रामा सेंटर से मरीजों को लाकर उनके एक्स-रे किए गए थे, जो रजिस्टर में दर्ज थे। टीम ने जरूरी कागजात एवं रजिस्टर जब्त कर लिया है। पिछले दिनों एसडीएम सुशांत श्रीवास्तव व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैफई के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार यादव ने संयुक्त रूप से झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया था। जिसमें एक झोलाछाप को मरीज का इलाज करते पकड़ने के बाद सैफई थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। टीम ने इस दौरान डायग्नोस्टिक सेंटर एवं पेट्रोल पंप के पास संचालित पैथोलॉजी सेंटर भी चेक किया था। साथ ही सैफई थाने के सामने संचालित पैथोलॉजी लैब की जांच पड़ताल की थी। जिसमें पैथोलॉजी लैब रजिस्ट्रेशन तिथि समाप्त होने के बाद संचालित मिलने पर संचालक को नोटिस दिया था। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में जहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मरीजों के साथ लगातार धोखा हो रहा है।विश्वविद्यालय में एमआरआई मशीन एवं सीटी स्कैन मशीन लंबे समय से खराब है। कभी कभार एमआरआई मशीन तो चालू रहती है, लेकिन सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। यहां तैनात कुछ स्टाफ लगातार निजी सेंटरों पर मरीजों को भेजने को कहता है। जहां इनका कमीशन तह होता है और कुछ स्टाफ ने अपने निजी लैब एवं एक्सरे सेंटर खोल रखें जिससे मरीजों को लगातार लूटा जा रहा है।सीएचसी के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार यादव ने बताया चेकिंग अभियान के दौरान विश्वविद्यालय में कार्यरत टेक्नीशियन कंप्यूटर पर कार्य करते हुए पकड़ा गया है। आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को भी अवगत कराया गया है। दो दिन का समय देकर नोटिस दिया गया है। अब एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।