उत्तर प्रदेश के इटावा के बकेवर। तीन दिन देरी के साथ शुक्रवार को डीएपी की रैक इटावा पहुंची है। अब खाद समितियों पर पहुंचाई जा रही है। बकेवर की समिति पर 45 टन डीएपी पहुंचाई जाएगी। शनिवार को खाद पहुंचने की उम्मीद है।पिछले कई दिनों से जनपद में डीएपी खाद की रैक न पहुंचने से समूचे जनपद के किसानों को गेहूं की फसल की बुआई में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बकेवर सहकारी समिति व महेवा ब्लॉक की सहकारी समितियों में करीब 25 दिन से डीएपी खाद नहीं भेजी गई थी। किसानों ने जब एआर कोऑपरेटिव प्रदीप सिंह से समस्या बताई तो एआर ने तीन दिन पहले 15 टन तीन सौ बोरी डीएपी खाद बकेवर समिति पर भिजवाई थी।
जो मात्र तीन घंटे में बंट गई थी। एक सैकड़ा से भी अधिक किसान बिना डीएपी खाद लिए ही लौट गए थे। किसान गेहूं की बुआई के लिए परेशान हैं। उन्हें बुआई के लिए डीएपी नही मिल रही है। मंगलवार को गुजरात से आने वाली रैक शुक्रवार को पहुंच सकी। एआर कोऑपरेटिव प्रदीप सिंह ने बताया कि डीएपी की रैक शुक्रवार को आ गई है। सभी खाद केंद्रों पर तत्काल डीएपी खाद भेजने के निर्देश दिए गए हैं। खाद भेजी जा रही है। बकेवर समिति पर नौ सौ बोरी के करीब 45 टन डीएपी खाद तत्काल भेजी जा रही है। महेवा ब्लॉक के अन्य समितियों पर डीएपी खाद भेजी जा रही है। किसानों को खाद की कोई कमी नहीं हैं। 25 दिन तक बकेवर में डीएपी क्यों नहीं भेजी गई थी, इसका पता कराएंगे।