इटावा समाचार उत्तर प्रदेश के इटावा मे व पूरे यूपी मे हो रही बारिश से किसान का बुरा हाल हे फसलों को भी भरी नुकसान हे जिसमे सारसो को कुछ ज्यादा ही हे बाकी का कम हे इटावा। दो दिन से जारी बारिश और रविवार सुबह हुई ओलावृष्टि ने किसानों को तगड़ा झटका दिया है। दिन-रात रखवाली के बाद फसलें पकने और कटने के लिए तैयार हुईं तो बेमौसम बारिश मुसीबत बन गई। तेज हवा भी चलने से गेहूं की फसल खेतों में गिर गई। सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि और बारिश के कारण खेतों में पानी भरने से अब फसलों के सड़ने का खतरा है।
बकेवर, चकरगनर, ताखा और निवाड़ीकला क्षेत्र में रविवार सुबह तेज बारिश हुई। कई स्थानों पर हुई ओलावृष्टि और तेज हवाओं से खेतों में गेहूं की फसल भी गिर गई। चकरनगर संवाद प्रतिनिधि के अनुसार, क्षेत्र के ग्राम गढ़ी मंगद, सिरसा, टिटावली, कोला, प्रेमकापुरा, नगला चौप, ढकरा, चन्द्रहंसपुरा में सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है।एडीओ कृषि ब्रजेश कुमार ने बताया कि चकरनगर ब्लाॅक क्षेत्र में सरसों की फसल को 20 से 25 फीसदी व गेहूं की फसल को 10 से 15 फीसदी नुकसान का अनुमान है।
एसडीएम ब्रह्मानंद सिंह कठेरिया ने बताया कि राजस्व विभाग को क्षेत्र में फसल के नुकसान की जांच के लिए निर्देशित किया है। निवाड़ीकला संवाद प्रतिनिधि के अनुसार, अहेरीपुर, महेवा, निवाड़ीखुर्द, इंद्रावखी, दांदरपुर, मुकटपुर में गेहूं की फसल में काफी नुकसान है। तेज हवाओं ने फसल गिर गई है। इससे फसल की पैदावार पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। बकेवर संवाद प्रतिनिधि के अनुसार, क्षेत्र में आलू व सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। सरसों की फसल की फलियां टूट गईं और दाने बिखर गए हैं। आलू की मिट्टी खुल जाने से आलू के हरा होने और सड़ने की आशंका है। किसानों का कहना है कि बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि से सरसों, चना, गेहूं, जौं, मटर आलू सहित लगभग सभी फसलों का नुकसान हुआ है