उत्तर प्रदेश के इटावा (बकेवर)। हाईवे किनारे स्थित ढाबा के पास रविवार रात कैंटर चालक का शव कैंटर की बॉडी से लटका मिला। पुलिस ने जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने बताया कि वाहन की किस्त और टैक्स न जमा कर पाने से वह तनाव में चल रहा था। औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र के गांव दिवरिया निवासी विवेक कुमार (29) ने लोन लेकर कैंटर खरीदा था। वह स्वयं उसे चलाता था। रविवार को उसने फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज से अमरावती महाराष्ट्र के लिए तरबूज लोड किए थे। उसने घर फोन कर महेवा में खाना भेज देने की बात कही थी। मृतक के भाई बृजेश कुमार ने बताया कि रात करीब साढ़े 12 बजे खाना लेकर पहुंचा पर कैंटर नजर नहीं आया। फोन लगाने पर उठा नहीं तो खुद ही आसपास तलाश शुरू कर दी। काफी खोजने के बाद अप्पा ढाबा जो बंद है, उसके पास कैंटर सड़क किनारे खड़ा दिखाई दिया। पास जाकर देखा तो भाई का शव कैंटर की बॉडी में फंदे से लटका था। बचाने के प्रयास में उसे उतारा पर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर चौकी इंचार्ज रविंद्र सिंह, थाना प्रभारी विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का ही है। पूछताछ में पता चला है कि कैंटर चालक विवेक कुमार फरवरी में हाईवे पर अचानक आग लगने से जल गया था। उसके दो माह बाद उसकी बाइक में आग लग गई थी। गाड़ी की भी कई किस्तें बकाया थीं। इस कारण वह काफी परेशान रहता था। मृतक के भाई की सूचना पर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे