उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हर साल बिजली की मांग बढ़ जाती है। इससे हर बार जर्जर तारों और काम वाट के ट्रांसफार्मरों में आए दिन फॉल्ट होने लगते हैं। इससे कई-कई घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। करीब तीन महीने पहले सरकार की ओर से आई रीवैंप योजना के तहत गर्मियों तक जिले के सभी पुराने जर्जर तार बदलवाने का दावा किया था, लेकिन योजना की कार्रवाई अधर में लटकने से काम शुरू ही नहीं हो सका। इधर, अप्रैल शुरू होने के साथ ही लोड बढ़ना शुरू हो गया। पिछले एक सप्ताह में ही लगभग 27 मेगावाट लोड बढ़ गया लगातार बढ़ रहे लोड से आए दिन बिजली के तारों में फॉल्ट हो रहे हैं। इससे शहरों में चार से छह घंटे तक आपूर्ति बाधित हो जा रही है। पिछले करीब एक सप्ताह में नौरंगाबाद, मालगोदाम रोड, साबित गंज, अशोक नगर समेत कई मोहल्लों में लगातार फॉल्ट हो रहे हैं। इससे शाम की गई बिजली आधी-आधी रात तक गायब रह रही है। एक्सईएन ट्रांसमिशन रजनीश शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह पहले लगभग 314 मेगावाट बिजली आपूर्ति दी जा रही थी। गुरुवार को 341 मेगावाट जिले में आपूर्ति दी गई है। लगातार लोड बढ़ रहा है।औरैया वाली लाइन से जुड़ने से इटावा की बिजली एनटीपीसी और आगरा से सीधे जुड़ जाएगी। अभी जिले को मैनपुरी और झांसी के पारीछा पावर हाउस से आपूर्ति ली जा रही है।