उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ ज़िले मे जिस बेटे को प्यार से पाल पोसकर इतना बड़ा किया, वो ही परिवार का दुश्मन बन जाएगा ऐसा किसी ने भी नहीं सोचा था। यूपी के आजमगढ़ जिले के धंधारी गांव में शनिवार रात हुए तिहरे हत्याकांड से ग्रामीण सकते में हैं। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके बीच ही रहने वाला युवक मामूली सी बात में खून का प्यासा कैसे हो सकता है। वो अपने माता-पिता और छोटी बहन को कैसे बेरहमी से मौत के घाट उतार सकता है। जिसने पैदा किया उसकी हत्या करते वक्त क्या हाथ नहीं कांपे थे। छोटी बहन जिससे वो बहुत प्यार करता था, उसकी जान कैसे ले सकता है।पिता का शव बरामदे में, मां का दरवाजे पर और बहन का रक्तरंजित शव कमरे में मिला था। इससे माना जा रहा है कि बेटे ने पहले पिता को कुल्हाड़ी मारा होगा, फिर बचाने आ रही मां को दरवाजे पर मार डाला होगा। फिर बहन दौड़ी होगी, तो उसे दौड़ाते हुए कमरे में ले जाकर उसकी जान ली होगी कप्तानगंज थाना क्षेत्र के धंधारी गांव निवासी भानू प्रताप सिंह गांव के बाहर सड़क के किनारे मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे। उन्होंने शनिवार को पुत्र राजन सिंह (20) को चोरी के गेहूं बेचने पर डांटा था। इस बात से वह क्षुब्ध हो गया। उसने शनिवार की रात ही पिता भानू प्रताप सिंह (48), मां सुनीता देवी (45) और बहन राशि सिंह (13) वर्ष को कुल्हाड़ी से वार करके मार डाला।रोते-बिलखते किशोरी की ये बातें सुनकर उसे ढाढस बंधाने वाले लोग भी फफक पड़ रहे हैं। शवों का अंतिम संस्कार तो रविवार रात हो गया लेकिन मातम का अंत अभी नहीं हुआ है। ये घटना अपने पीछे ढेर सारे सवाल छोड़ गई है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।