मध्यप्रदेश के दमोह जिले में इन दिनों लोगों की आंखों में इंफेक्शन फैल गया है। इसके चलते बच्चे और बुजुर्ग सभी प्रभावित हो रहे हैं। दमोह जिला अस्पताल में आंखों का इलाज करवाने वाले लोगों की भीड़ लगी हुई है। दमोह में इस समय कंजक्टिविटी वायरस का संक्रमण फैलने से लोगों की आंखों में इंफेक्शन हो रहा है और सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। इस संक्रमण से लोगों के लिए आंखों में खुजली, लालपन या कीचड़ आ रहा है। हालात देखे जाएं तो जिले में प्रतिदिन 100 से 150 मरीज संक्रमण का शिकार हो रहे हैं और इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे प्रभावित हो रहे हैं और जिला अस्पताल में यह बच्चे अपना इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं।नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश राय के द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है। इस बीमारी से पीड़ित रोगी के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इसकी चपेट में आ रहा है। खास तौर पर स्कूली बच्चों के साथ उठने-बैठने के कारण यह संक्रमण लगातार फैल रहा है। डॉक्टर के मुताबिक, सामान्य इलाज के बाद यह संक्रमण तीन से चार दिन के अंदर खत्म हो जाता है। कंजक्टिविटी वायरस का संक्रमण जब फैलता है तो आंख में सूजन आ जाती है और आंखों से कीचड़ आने लगता है।जिला अस्पताल में बच्चों का इलाज कर रहे नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश राय ने बताया कि सबसे ज्यादा हटा के जवाहर नवोदय विद्यालय और दमोह के सेंट जॉन्स स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे इस संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। जो अपना इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा बड़ों में भी यह बीमारी तेजी से फैल रही है। इसलिए बचाव बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि धूप में निकलने से पहले चश्मा पहनना चाहिए, आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए और साफ तौलिए का इस्तेमाल करना चाहिए। दूसरे व्यक्ति का उपयोग किया गया तौलिया उपयोग न करें। तकिए के कवर को प्रतिदिन बदलते रहे। इसके अलावा काजल जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट को एक दूसरे के साथ शेयर न करें और बार-बार आंखों को हाथ न लगाएं तो इस संक्रमण से बचा जा सकता है। वहीं, निजी स्कूल संचालकों ने संक्रमण को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है कि जिन बच्चों की आंखों में जलन और कीचड़ आ रहा हो, वह बच्चे स्कूल न आएं और डाक्टर से अपना इलाज कराएं, ताकि दूसरे बच्चे संक्रमित न हो सकें।