इटावा जिले में मिशन शक्ति के तहत “बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ” अभियान को आगे बढ़ाते हुए कक्षा 10 की छात्रा शीतल को एक दिन का एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) बनाया गया। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जिससे समाज में उनके प्रति सम्मान और सुरक्षा का माहौल बने।
शीतल, जो जनपद की एक होनहार बेटी है, ने एक दिन के एसएसपी की भूमिका निभाते हुए जनसुनवाई में भाग लिया और लोगों की समस्याओं को सुना। यह अनुभव उसके लिए बेहद प्रेरणादायक रहा, क्योंकि उसने पहली बार पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारियों को करीब से देखा और समझा। शीतल ने इस दौरान विभिन्न समस्याओं पर विचार किया और उनकी उचित सुनवाई के लिए पुलिस कर्मियों को निर्देशित भी किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय कुमार वर्मा ने शीतल का स्वागत बुके देकर किया और उसकी इस भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि यह मिशन शक्ति का हिस्सा है, जिसके तहत लड़कियों को सशक्त करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। शीतल की इस उपलब्धि पर उन्हें महिला कल्याण विभाग की ओर से 5000 रुपये का चेक भी प्रदान किया गया।
इस विशेष अवसर पर शीतल ने बताया कि यह अनुभव उसके जीवन का सबसे यादगार पल था। उसने बताया कि उसे इस भूमिका में आकर समाज की सेवा करने और समस्याओं को सुनने का जो मौका मिला, वह उसकी सोच से परे था। शीतल ने कहा कि वह भविष्य में भी इस तरह की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार है और उसे पुलिस विभाग में काम करने की प्रेरणा मिली है।
यह पहल न केवल शीतल के लिए, बल्कि अन्य लड़कियों के लिए भी प्रेरणादायक है, क्योंकि इससे यह संदेश जाता है कि लड़कियां भी समाज की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकती हैं। इस तरह की गतिविधियाँ लड़कियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
मिशन शक्ति और “बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ” अभियान के तहत शीतल की यह उपलब्धि जनपद के लिए गर्व का विषय है और यह दर्शाती है कि समाज में बालिकाओं को समान अवसर दिए जाने चाहिए, ताकि वे भी समाज की मुख्यधारा में आकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।