चित्रकूट समाचार उत्तर प्रदेश के चित्रकूट मे धान की खरीद की शुरूआत दिसंबर माह माह से शुरु हुई थी। 29 फरवरी धान खरीद की अंतिम तिथि थी। 20 हजार मीट्रिक ट्रन धान खरीदने का लक्ष्य था। जिसमें मात्र 6 हजार 65 मिट्रिक टन की ही खरीद हो सकी है। 1176 किसानों ने धान बेचा है, जबकि धान खरीदने के लिए जिला एवं खाद्य विपणन विभाग की तरफ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में धान केंद्र खोले गए थे। इसके बाद भी सफलता नहीं मिली, जबकि इस बार धान की अच्छी पैदावार भी हुई हैं। हालांकि इस बार खरीद के समय मौसम भी खराब था। इसका भी खरीद पर असर देखा गया है। जिले में इस वर्ष 19,059 एमटी धान का उत्पादन हुआ है। जिसे काफी अच्छा मना जाता है। इसमें साबरमती 70 प्रतिशत हुआ है।
जबकि इस वर्ष जिले में धान की पैदावार अच्छी रही। ज्यादातर किसानों ने अपना अनाज गल्ला मंडियों में ही आढ़तियों को बेच दिया। सरकारी खरीद केंद्रों में कई कानूनी अड़चनों के चलते लक्ष्य आधा भी पूरा नहीं हुआधान की खरीद की शुरूआत दिसंबर माह माह से शुरु हुई थी। 29 फरवरी धान खरीद की अंतिम तिथि थी। 20 हजार मीट्रिक ट्रन धान खरीदने का लक्ष्य था। जिसमें मात्र 6 हजार 65 मिट्रिक टन की ही खरीद हो सकी है। 1176 किसानों ने धान बेचा है, जबकि धान खरीदने के लिए जिला एवं खाद्य विपणन विभाग की तरफ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में धान केंद्र खोले गए थे।
इसके बाद भी सफलता नहीं मिली, जबकि इस बार धान की अच्छी पैदावार भी हुई हैं। हालांकि इस बार खरीद के समय मौसम भी खराब था। इसका भी खरीद पर असर देखा गया है। जिले में इस वर्ष 19,059 एमटी धान का उत्पादन हुआ है। जिसे काफी अच्छा मना जाता है। इसमें साबरमती 70 प्रतिशत हुआ है। जबकि इस वर्ष जिले में धान की पैदावार अच्छी रही। ज्यादातर किसानों ने अपना अनाज गल्ला मंडियों में ही आढ़तियों को बेच दिया। सरकारी खरीद केंद्रों में कई कानूनी अड़चनों के चलते लक्ष्य आधा भी पूरा नहीं हुआ