छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के सत्ता और संगठन में लगातार फेरबदल हो रहे है. पीसीसी चीफ पद से हटाए गए मोहन मरकाम की भूपेश कैबिनेट में एंट्री हुई और स्कूल शिक्षा मंत्री कैबिनेट से बाहर हुए.छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है. संगठन के साथ अब सत्ता में भी फेरबदल शुरू कर दिया है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को कैबिनेट से बाहर निकाल दिया गया है और पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की कैबिनेट में एंट्री हो रही है. मोहन मरकाम शुक्रवार को राजभवन में मंत्री पद की शपथ लेंगे. इसकी तैयारी शुरू हो गई है.दरअसल पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है. बुधवार रात को कैबिनेट के साथ विधायक दल की मीटिंग सीएम हाउस में हुई. इसके बाद कुछ देर बाद ही पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को हटा दिया गया और लोकसभा सांसद दीपक बैज को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कमान सौंप दी गई. लेकिन फेरबदल का सिलसिला यहां खत्म नहीं हुआ. सुबह होते होते ये चर्चा होने लगी की मंत्रिमंडल में भी फेरबदल होगा. इसका इशारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद किया. फिर मोहन मरकाम के रायपुर बंगले में कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई और देर शाम तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ही ये पुष्टि कर दी की स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम का इस्तीफा स्वीकृत किया गया है और मोहन मरकाम को मंत्री बनाया जा रहा है.इस मामले में जब एबीपी न्यूज़ ने मोहन मरकाम से बात की तो उन्होंने कहा कि बुधवार रात को ही दिल्ली से फोन आया था. उन्होंने जानकारी दी थी कि नई जिम्मेदारी दी जा रही है. मुझे कांग्रेस पार्टी की तरफ से जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसमे खरा उतरने की कोशिश करूंगा. इसके साथ मोहन मरकाम ने प्रेमसाय सिंह टेकाम के इस्तीफे पर कहा कि नेताओं के उपयोगिता के हिसाब से जिम्मेदारी तय की जा रही है. हम लोग एकजुटता के साथ आगे बढ़ रहे है और फिर सरकार बनाने जा रहे है. प्रेम साय सिंह टेकाम को हम मना लेंगे. इस फेरबदल का चुनावी साल में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.प्रेम साय सिंह टेकाम के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर हेलीपेड में मीडिया से बातचीत की है. उन्होंने बताया कि प्रेम साय सिंह टेकाम का इस्तीफा स्वीकृत किया गया है. कल मोहन मरकाम राजभवन में शपथ लेंगे. इसके अलावा सीएम बघेल ने ये भी कहा कि नए मंत्री बन रहे है तक विभागों में भी फेरबदल होगा. वहीं सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले वो अपनी स्थिति देखें. उनके सीनियर नेता जिनके साथ उन्होंने काम किया उनको सम्मान दिला लें. अभी जितनी भी कमेटियां बनी उसमें सब आउट हो गए है.बता दें कि कांग्रेस पार्टी में लगातार चल रहे फेरबदल पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि 100 दिन के लिए झुनझुना पकड़ा दिया है. इसका चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. वहीं बीजेपी के नेताप्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में जिस प्रकार का अंतर्विरोध और भारी गुटबाजी देखने को मिल रही है. ये अंतर्विरोध की चरमसीमा है. छत्तीसगढ़ में सरकार के मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा रहा है. उनको इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है. इस बात का संकेत है की कांग्रेस छत्तीसगढ़ में कोई हालातों से गुजर रही है. कांग्रेसी में एकला चलो की नीति चल रही है. हमे लग रहा है परिवर्तन छत्तीसगढ़ विधानसभा में सत्ता के परिवर्तन का संकेत है. इस प्रदेश से कांग्रेस की विदाई तय है