आगरा छत्रपति शिवाजी की जयंती आगरा किला में मनाई जा रही है।1666 में मुगल बादशाह औरंगजेब ने उन्हें धोखे से आगरा बुलाकर उनके साथ बदसलूगी की थी। मुगल बादशाह ने उन्हें 99 दिनों तक कैद में रखा था। जिस दीवान ए आम में उन्हें एक बार अपमानित किया गया था आज उसी स्थान पर उनकी शौर्य गाथा गाई जा रही है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आगरा पहुंचे हैं।
आगरा किले के दीवान ए आम में 393वीं शिवजन्मोत्सव समारोह का शुभारंभ किया गया। शिवाजी के जीवन को नाट्य महाराष्ट्रीयन संस्कृति के माध्यम से जीवंत किया गया।महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समारोह को देखकर गदगद हो उठे। आगरा हवाई अड्डे पर उनका बीजेपी नेताओं ने स्वागत किया। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पुणे, कोल्हापुर आदि स्थानों से करीब 4000 लोगों के पहुंचने की आशंका जताई गई है। जबकि दीवान ए आम में 800 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे ने अपने संबोधन में कहा कि आगरा किला ऐतिहासिक है, जहां शिवाजी को झुकाने प्रयास किया गया, लेकिन शिवाजी अपने स्वराज में सकुशल पहुंचे।सीएम ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के रूप में नहीं शिवाजी महाराज के एक मावले सिपाही के रूप में यहां आया हूं।स्थापत्य, इंजीनियरिंग, जल सेना सभी क्षेत्रों में छत्रपति शिवाजी ने काम किया।