बिहार के पटना मे बिहार में भाजपा और सत्ता पक्ष के बीच गतिरोध बढ़ना तय है। भाजपा ने अपने नेता विजय सिंह की मौत को हत्या कहा है, जबकि सरकार इसे स्वाभाविक बता रही। अब 13 जुलाई की घटना पर प्रशासन की रिपोर्ट ने पूरी कहानी उलट दी है।13 जुलाई 2023 को पटना में भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधानसभा पैदल मार्च के दिन बिहार पुलिस ने अपनी ओर से कुछ किया ही नहीं। जो भी किया, सिर्फ बचाव के लिए किया। भले पूरे पटना में गांधी मैदान से विधानसभा तक पैदल मार्च का पोस्टर लगा था, लेकिन प्रशासन को इतनी ही जानकारी थी कि भाजपा वाले गांधी मैदान में जनसभा कर रहे हैं। भाजपा भले ही पुलिसिया दमन का आरोप लगाकर राजभवन मार्च कर आई और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस घटना की जांच के लिए विशेष टीम बना दी, लेकिन सरकार की रिपोर्ट कह रही है कि नियम तोड़कर सारा हंगामा भाजपा वालों ने किया। भाजपा को जनसभा के अलावा कुछ अनुमति नहीं थी और वह तांडव करने ही सड़क पर उतरी थी। पुलिस सहती रही। पहले मिर्ची के झोंके सहे। फिर पथराव। फिर तोड़फोड़ देखती रही पुलिस। बचने के लिए भी वाटर कैनन चलाए। फिर आंसू गैस भी बचने के लिए और बल प्रयोग भी सिर्फ बचाव के लिए।