बिहार के पटना में भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बनने के पांच महीने बाद सम्राट चौधरी ने अपनी नई टीम बना ली। उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले, पूर्व अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के हस्ताक्षर से जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो चुकी थी। सम्राट को अपनी टीम बनाने में समय लग रहा था, क्योंकि पार्टी के अंदर कई तरह का गतिरोध था। सूची में वह गतिरोध दिख भी जा रहा है। 12 प्रदेश उपाध्यक्षों समेत 38 पदाधिकारियों की घोषणा की गई, लेकिन इसमें कोई भी विधायक या विधान पार्षद नहीं है। अकेले सम्राट चौधरी ही विधान पार्षद हैं। है। नई टीम में नए चेहरों को शामिल किया गया है। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के समय में शामिल किए गए कई माननीय को इस बार जगह नहीं दी गई है। इसमें MLC देवेश कुमार, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, MLA संजीव चौरसिया, सुशील चौधरी को नई प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है। भाजपा सूत्रों की मानें तो संगठन में शीर्ष नेतृत्व ने किसी विधायक या विधान पार्षद को प्रदेश कमेटी में जगह नहीं देने का निर्णय लिया है। इस कारण सम्राट चौधरी ने नई कमेटी की जो घोषणा की है, उसमें माननीयों को जगह नहीं मिली। नई प्रदेश कार्यकारिणी में सम्राट चौधरी ने कुल 12 उपाध्यक्ष बनाए हैं। इसमें सिद्धार्थ शंभू, डॉ भीम सिंह चंद्रवंशी, ललिता कुशवाहा, सरोज रंजन पटेल, नूतन सिंह, राजेंद्र सिंह, धीरेंद्र कुमार सिंह, शीला प्रजापति, अमृता भूषण, डॉ राजभूषण निषाद, संजय खंडेलिया और संतोष पाठक शामिल हैं। बिहार भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार 5 महामंत्री बनाये गए। इससे पहले बिहार भाजपा में अब तक चार महामंत्री ही बनाये गए थे। इस लिस्ट में शिवेश राम, जग्गनाथ ठाकुर, राजेश वर्मा, मिथिलेश तिवारी, ललन टंडन को शामिल किया गया है। वहीं टीम में 12 प्रदेश मंत्री, एक मुख्यालय प्रभारी, दो सह प्रभारी, एक कोषाध्यक्ष, दो सह-कोषाध्यक्ष, एक कार्यालय मंत्री और दो सह कार्यालय मंत्री बनाए गए हैं। कुल मिलाकर देखें तो नई कार्यकारिणी में 38 नेताओं को जगह दी गई है। बधाई देते हुए सम्राट चौधरी ने सभी नेताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आप सभी अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत संकल्प से संगठन के निर्माण में नये आयाम स्थापित करेंगे।