मेरठ में प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर दो पोस्टर लगे हैं। एक पर लिखा है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ। दूसरे बोर्ड पर लिखा है, गर्भधारण से पूर्व व प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण एवं चयन दंडनीय अपराध है। यहां पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। साथ ही मुखबिर योजना की पूरी जानकारी लिखी हुई है। आरोप है कि जहां यह लिखा है, इसी के अंदर कमरे में भ्रूण लिंग परीक्षण किया जा रहा था।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सोनीपत की टीम ने पहले भी एक बार यहां छापा मारा था, लेकिन सूचना कहीं से लीक हुई और कार्रवाई नहीं हो पाई। काफी समय से यहां की शिकायत मिल रही थी। पिछले 25 सालों से यह अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहा है। हालांकि महिला चिकित्सक का कहना था कि आरोप निराधार हैं।