उत्तर प्रदेश के बरेली के फरीदपुर में अशोका फोम फैक्टरी के अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिवारों में गम और गुस्सा है। मृतक राकेश के भाई भजनलाल ने फैक्टरी प्रबंधन पर बड़ा आरोप लगाया है। भजनलाल का आरोप है कि फैक्टरी मालिक ने खुद आग लगवाई है। यह सब बीमा की रकम वसूलने के लिए किया गया। उधर, आक्रोशित लोगों ने गुरुवार दोपहर को फैक्टरी के सामने लखनऊ हाईवे पर जाम लगा दिया। हाईवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर दी। इससे शाहजहांपुर की तरफ से आने वाले वाहन एवं बरेली की तरफ से भी आने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। आक्रोशित लोग डीएम और एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग के साथ फैक्टरी प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनका आरोप था कि फैक्टरी प्रबंधन हर साल जान बूझकर आग लगवाता है। इस बार भी ऐसा हुआ। लखनऊ हाईवे के किनारे स्थित अशोका फोम फैक्टरी में बुधवार देर शाम लगी भीषण आग में चार मजदूर जिंदा जल गए थे। परिजनों के हंगामे के बाद रेस्क्यू में लगी टीमों ने देर रात उनके अवशेष फैक्टरी के अंदर से निकाले। शर्मनाक बात यह रही कि जब आग लगी तो फैक्टरी प्रबंधन के लोग कीमती सामना बचाते रहे, लेकिन लोगों की जान की परवाह नहीं की। इससे पीड़ित परिवारों में गुस्सा है।आग लगने के बाद प्रबंधन ने बवाल की आशंका भांपकर झुलसे लोगों को बिना नाम पता नोट किए निजी अस्पतालों में भिजवा दिया। फैक्टरी का मेन गेट सुरक्षा गार्डों से बंद करा दिया गया। गुस्साए ग्रामीणों की इस पर गार्डों व प्रबंधन के लोगों से तकरार हुई। पुलिस भी ग्रामीणों के पक्ष में खड़ी दिखा और फिर गेट खुलवाकर इन लोगों को अंदर किया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही हे