उत्तर प्रदेश के औरैया। नगर निकायों से संबंधित समस्याओं का घर बैठे त्वरित निस्तारण हो, इसके लिए संभव योजना के तहत ‘डेडिकेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’(डीसीसीसी) बनने थे। नागरिक टोल फ्री नंबर 1533 पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते थे। मगर यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। कई निकायों में डीसीसीसी सेंटर बने ही नहीं है और संभव योजना के तहत दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण असंभव हो गया है। जिम्मेदार भी शिकायतों से बचने के लिए अभी तक आगे नहीं आएं है।जिले में एक नगर पालिका व छह नगर पंचायतें हैं। छह जुलाई 2022 को स्थानीय निकाय निदेशालय से 1533 योजना की शुरुआत हुई। पहले चरण में इस योजना को नगर पालिका में लागू किया गया। इसके कुछ दिन बाद ही सभी निकायों में लागू करने के निर्देश दिए गए। इसका उद्देश्य था कि लोग बिजली, पानी, सफाई व्यवस्था समेत अन्य समस्याओं से जुड़ी शिकायत घर बैठे करें और जिम्मेदार उनकी शिकायतों का 48 घंटे के अंदर निस्तारण कराएं। मगर जिले में केंद्र सक्रिय न होने से योजना दम तोड़ गईं। नगर पालिका औरैया में डीसीसीसी बना है। यहां पहली शिकायत 21 जुलाई 2022 को दर्ज हुई थी। प्रचार प्रसार कम होने के कारण दिसंबर 22 तक महज 62 शिकायतें दर्ज हुई। वहीं इस साल जनवरी से 10 जुलाई तक 149 शिकायतें दर्ज हुई हैं। जिनमें से सिर्फ 125 शिकायतें जून में आई हैं। कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी कुलदीप कुमार ने बताया कि बिजली, पानी व सफाई से जुड़ी शिकायतें आती हैं। इसकी मॉनीटरिंग लखनऊ से हो रही है। शिकायतों का निस्तारण कराया जा रहा है। दिबियापुर, फफूंद और बिधूना नगर पंचायतों में डीसीसीसी नहीं बना है। यहां के लोगों को 1533 के बोर में जानकारी भी नहीं है। तीनों निकाय की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिशासी अधिकारी विजय कुमार सक्सेना ने बताया कि इसके लिए ग्रांट आ गई है। अभी तक उनकी निकायों में डीसीसीसी नहीं बने हैं। मई माह में ही बजट मिला है। इसमें सीसीटीवी कैमरा लगना है, कंट्रोल रूम बनना है। इसकी शासन से कंट्रोलिंग होगी। 24 घंटे एक व्यक्ति की तैनाती करनी है। संभव योजना 1533 के तहत अटसू, अजीतमल व अछल्दा नगर पंचायतों में भी डीसीसीसी कंट्रोल रूम नहीं बने हैं। अटसू व अजीतमल का कार्यभार देख रहे अधिशासी अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि अभी संभव योजना का कंट्रोल रूम चालू नहीं है। अगले सप्ताह में चालू करवा दिया जाएगा यह था योजना का मकछह जुलाई 2022 को शुरू हुई संभव 1533 योजना का मकसद लोगों को घर बैठे समस्याओं का निस्तारण कराना था। इसके लिए पहले सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक समस्याएं दर्ज कराने की व्यवस्था थी। बाद में इसे 24 घंटे कर दिया। इस नंबर पर शिकायतें दर्ज कराने के लिए की जाने वाली काॅल स्वत: संबंधित नगर निकायों के कॉल सेंटर में स्थानांतरित हो जाएगी। यदि 1533 पर समस्या का निस्तारण नहीं किया जाता है तो वह काॅल लखनऊ स्थित डेडिकेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में ट्रांसफर कर दी जाएगी, जहां से समस्या का समाधान कराया जाएगा।