उत्तर प्रदेश के (औरैया)। कोतवाली क्षेत्र के दिबियापुर। गांव हीरा का पुर्वा में लगी आग से आठ झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। आग में फंसे जानवरों एवं सामान को बाहर निकालने में पांच ग्रामीण झुलस गए और चार जानवर झुलसकर मर गए। इस दौरान झोपड़ी में रखे हजारों रुपये की नगदी भी जलकर राख हो गई। देर शाम झुलसे लोगों को दिबियापुर सीएचसी में भर्ती कराया गया है। आग लगने के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी है।रविवार अपराह्न लगभग तीन बजे गांव हीरा का पुर्वा में रखी एक झोपड़ी में आग लग गई। जब तक ग्रामीणों को आग की जानकारी होती, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। आसपास की आठ झोपडि़यों को आग ने चपेट में ले लिया। गांव के सभी ग्रामीण दौड़ पड़े और पानी लेकर आग बुझाने में लग गए। पुलिस प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई। घटना की जानकारी पर दो फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। ग्रामीणों के साथ मिलकर लगभग ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस अग्निकांड में गांव के कनछेदी लाल पुत्र सुखलाल, संतोष कुमार पुत्र रामौतार, महेश चंद्र पुत्र छक्कीलाल, दीप कुमार पुत्र गौरीशंकर, कमल सिंह पुत्र महेश चंद्र, गोविंद सिंह पुत्र शोभाराम, कालीचरन पुत्र छक्कीलाल, मित्रपाल पुत्र बनवारी लाल, अमित कुमार पुत्र ओमप्रकाश समेत आठ ग्रामीणों की झोपडिय़ां जलकर राख हो गईं। झोपड़ियों में रखे गृहस्थी के सामान के साथ तीन बकरियां और एक पड़ा (भैंस का बच्चा) झुलसकर मर गया। जबकि एक भैंस गंभीर रूप से झुलस गई। आग की लपटों के बीच जानवरों को बाहर निकालने के चक्कर में पांच ग्रामीण महेश चंद्र पुत्र छक्कीलाल, कन्हैया पुत्र महेश चंद्र, रामजीवन पुत्र महेश चंद्र, कालीचरन पुत्र छक्कीलाल, दीप कुमार पुत्र गौरीशंकर झुलस गए। शाम लगभग सात बजे सभी झुलसे ग्रामीणों को दिबियापुर सीएचसी में भर्ती कराया गया है। यहां उनका उपचार चल रहा है। घटना में पीड़ित गोविंद की झोपड़ी में रखे 70 हजार रुपये नगद भी जल गए। इधर, घटना की जानकारी होने पर अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा, सीओ प्रदीप कुमार, प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ली। लेखपाल अवनीश यादव ने हुए नुकसान का जायजा लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही हे