उत्तर प्रदेश के औरैया ज़िले मे अजीतमल। सीएचसी अजीतमल में भाजपाइयों की डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुई मारपीट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में सोमवार को जिले के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांध विरोध जताया और आरोपियों पर जल्द कार्रवाई किए जाने की मांग की।सोमवार को जिले के डॉक्टरों ने ओपीडी का संचालन शुरू कर दिया। इमरजेंसी सेवाओं के साथ अन्य सरकारी कार्य भी करने शुरू कर दिए हैं। इधर सभी स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पताल व अन्य सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय काली पट्टी बांध कर विरोध जताते रहे। सीएचसी अजीतमल में अधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार, डॉ. उत्कर्ष सरकार, डॉ. मनीष पोरवार, संदीप सिंह, अनिल कुमार, शिवाजी पांडेय, मनोज मिश्रा अन्य कर्मचारियों ने गेट के बाहर खड़े होकर विरोध जताया। इसके बाद काली पट्टी बांधकर काम करते दिखे।प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार व सचिव डॉ. वीपी शाक्य ने बताया कि जिला प्रशासन से उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है। जिसको लेकर ओपीडी की सेवाएं शुरू कर दी गईं हैं। एक सप्ताह के बाद मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो आगे की रणनीति तय की जाएगी।बता दें कि शुक्रवार को सीएचसी अजीतमल में डॉ. उत्कर्ष सरकार, फार्मासिस्ट अजयवीर सिंह, वार्ड ब्वाय पीयूष तिवारी के साथ मारपीट की गई थी। इस मामले में डॉ. उत्कर्ष सरकार की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष कमल सिंह दोहरे, भाजयुमों जिलाध्यक्ष मोनू सेंगर समेत 16 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज हुई। वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष की तहरीर पर सीएचसी अधीक्षक अजीतमल डॉ. अवनीश कुमार, डॉ. उत्कर्ष सरकार समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद शनिवार को पूरे दिन सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद रखी गई।