उत्तर प्रदेश के औरैया राजस्व के मामले में प्रदेश की अव्वल मंडियों में शामिल शहर की गल्ला मंडी अव्यवस्था का शिकार है। रविवार व सोमवार की सुबह को हुई बारिश में मंडी परिसर टापू में तब्दील हो गया। जिससे कई आढ़तों में भी पानी भरने से अनाज भीग गया। जिससे आढ़तियों में नाराजगी व्याप्त है। मंडी प्रशासन का कहना है कि मंडी की साफ-सफाई का ठेका उठने की कार्रवाई चल रही है। अगले माह तक ठेका उठने की संभावना है। दो दिनों की बारिश में मंडी के चारों तरफ पानी की पानी दिखाई पड़ रहा है। तत्कालीन सपा सरकार में मुख्य मार्गो का निर्माण करा दिया गया है, लेकिन जलनिकासी के लिए समुचित इंतजाम नहीं कराया गया है। नालियों की साफ-सफाई न होने से अब वह जाम हो चुकी हैं। जिससे बरसात के समय पानी रुकने से जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। रविवार और सोमवार की सुबह हुई बारिश से मंडी परिसर में जगह-जगह जलभराव हो गया। जिससे मंडी का कामकाज भी प्रभावित हुआ। पल्लेदार आढ़तों से पानी निकालते दिखाई दिए। कई आढ़तों में रखा अनाज भी भीग गया। जिससे व्यापारियों में मंडी प्रशासन से खिलाफ नाराजगी दिखी। वहीं, जलभराव को देखते हुए सोमवार को क्षेत्रीय किसान भी आढ़तों पर नहीं पहुंचे। मंडी परिसर में साफ-सफाई का कोई इंतजाम नहीं है। थोड़ी सी बारिश में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती हैै। जिससे कारोबार करने में व्यापारियों का परेशानी उठानी पड़ती है। दो दिन की बारिश में लाखों रुपये का अनाज भीग गया है। – अनुज तिवारी, आढ़ती बारिश का सीजन शुरू हो चुका है। गल्ला मंडी के मुख्य मार्गों की सभी नालियां चोक पड़ी हैं। इनकी साफ-सफाई कराने की मंडी प्रशासन ने कोई जहमत नहीं उठाई है। हालात यह है कि आढ़तों में पानी भर रहा है और स्टॉक में रखा अनाज भीग रहा है। – श्रीप्रकाश गुप्ता, आढ़ती जलभराव की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। मंडी की साफ-सफाई के ठेका उठाने की प्रक्रिया चल रही है। जिसे दो दिन के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद तुरंत नालियां साफ करा कर जलभराव की समस्या से निजात दिलाया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही हे