उत्तर प्रदेश के औरैया/रुरुगंज। कुदरकोट कस्बा के भयानक नाथ मंदिर के पास खेरे में बनी शनिदेव मंदिर के पुजारियों की झोपड़ी में बुधवार देर रात शार्ट सर्किट से आग लग गई। पुजारियों ने किसी तरह बाहर निकलकर जान बचाई। फायर ब्रिगेड ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, तब तक सारा सामान जल कर राख हो गया। पीड़ितों ने तहसील प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।शनिदेव मंदिर के पास खेरे में चेतनदास व मोहनदास झोपड़ी बनाकर रहते है। दोनों मंदिर में पुजारी है। चेतनदास ने बताया कि बुधवार रात 10 बजे के करीब खाना खाकर सो रहे थे। इसी बीच पास से निकली एलटी लाइन में हुए शार्ट सर्किट से चिंगारी झोपड़ी पर आ गिरी। देखते ही देखते उनकी झोपड़ी से लपटें उठने लगीं। जब तक आग बुझाने की कोशिश करते अंदर खाना बनाने के लिए रखे सिलिंडर में आग पकड़ ली और वह फट गया। इससे आग विकराल हो गई और बगल में रखी मोहनदास की झोपड़ी समेत एक अन्य झोपड़ी को चपेट में ले लिया। शोर सुन ग्रामीण दौड़कर आए। सभी ने आग बुझाने के लिए पानी डालने के साथ बिधूना फायर ब्रिगेड को सूचना दी।इसी बीच थानाध्यक्ष मूलेंद्र चौहान भी पुलिस बल के साथ जा पहुंचे। पुलिस ने पुजारियों को सुरक्षित किया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की मदद से आग बुझाने की कोशिश की। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने से चार पंखे, तख्त, चारपाई, तीन साइकिल समेत अनाज, कपड़े बिस्तर व बर्तन जलकर राख हो गए। पीड़ितों ने तहसील प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। तहसीलदार बिधूना जीतेश वर्मा ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच करा कर पीड़ितों को हरसंभव मदद दिलाई जाएगी। कई दिनों से हो रही थी शार्ट सर्किट, कर चुके थे शिकायत पुजारी मोहनदास ने बताया कई दिनों से खंभे के पास लगी केबल में शार्ट सर्किट हो रही थी। इसकी जानकारी स्थानीय लाइनमैन के साथ बिजली विभाग के अधिकारियों को दी। मगर किसी ने इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। जिससे बुधवार रात आगजनी की घटना हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही हे