उत्तर प्रदेश के औरैया ज़िले के अजीतमल। सीएचसी अजीतमल में शुक्रवार की शाम मरीज को देखने में देरी होने पर चिकित्सक, फार्मासिस्ट और सत्ता पक्ष के एक कद्दावर नेता के बीच हाथापाई हो गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने भाजपा नेताओं पर कमरे में बंद कर मारपीट कर आरोप लगाकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए। मामला बढ़ने की जानकारी पर सीएमओ, एडीएम, एएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। डॉक्टर व भाजपा नेता एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग को लेकर देर रात तक हंगामा करते रहे। वहीं अफसर दोनों पक्षों को शांत कराने में जुटे रहे।शुक्रवार की दोपहर लगभग तीन बजे अटसू नगर पंचायत की भाजपा प्रत्याशी रिचा राजपूत आलमगीरपुर निवासी अंकुश को आत्महत्या का प्रयास करने पर गंभीर हालत में सीएचसी अजीतमल लेकर पहुंची थी। आरोप है कि अस्पताल में किसी भी चिकित्सक के न मिलने पर उन्होंने मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों से चिकित्सक के संबंध में पूछताछ की। जिसमें अस्पताल के कमरे में सो रहे चिकित्सक जानकारी के बाद भी इलाज के लिए नहीं पहुंचे। इस पर उन्होंने विरोध जताया। आरोप है कि चिकित्सक ने भाजपा प्रत्याशी को धक्का देकर कमरे से बाहर निकाल दिया।इसकी जानकारी मिलते ही चुनाव प्रचार कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे, जिला पंचायत सदस्य सोनू सेंगर, ब्लॉक प्रमुख रजनीश पांडेय सीएचसी अजीतमल पहुंचे। तभी उन्हें इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक उत्कर्ष सरकार खाना खाकर लौटते दिखाई दिए। इस भाजपाइयों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इसको लेकर डॉक्टर व भाजपाइयों में तीखी नोकझोंक भी हुई। अजीतमल सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि इमरजेंसी में एक मरीज को लेकर कुछ लोग पहुंचे थे। अस्पताल में मौजूद फार्मासिस्ट अजय कुमार व चिकित्सक उत्कर्ष मरीज का इलाज कर रहे थे।आरोप लगाया कि इसी बीच भाजपा नेताओं ने साथियों के साथ कमरा बंद कर चिकित्सक, वार्ड ब्वाय व फार्मासिस्ट के साथ मारपीट की। इस घटना को लेकर आक्रोशित डॉक्टर सीएचसी गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और हंगामा करने लगे। इधर भाजपाई भी अधिकारियों को सूचना देकर कार्रवाई की मांग करने लगे। मामला बढ़ता देख सीएमओ डॉ.अर्चना श्रीवास्तव, एसडीएम अखिलेश कुमार, एडीएम एमपी सिंह, एएसपी दिगंबर कुशवाहा, तहसीलदार हरिश्चंद्र मौके पर पहुंचे। डॉक्टरों व भाजपा नेताओं को समझाने का प्रयास किया गया। देर रात तक दोनों पक्ष एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। इधर, डॉक्टरों की हड़ताल से अस्पताल आने वाले मरीज परेशान रहे, कुछ मरीज बवाल देख लौट गए। देर रात तक अस्पताल में पुलिस बल तैनात रहा।