उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के आदमपुर निवासी युवक ने पत्नी के मायके जाने से क्षुब्द होकर बाग में आम के पेड़ पर फंदा लगाकर जान दे दी। जानकारी पर पहुंचे परिजन शव को फंदे से उतार कर घर ले गए। परिजनों के कार्रवाई न करने की मांग पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव परिजनों को ही सुपुर्द कर दिया। आदमपुर निवासी रामदेवी ने बताया कि उसका बेटा मनोज(40) शटरिंग लगाने का काम करता था। वह नशे का आदी था। नशा करने के बाद वह परिजनों के साथ आए दिन मारपीट करता था। जिसके चलते बीते दो महीने पहले उसकी पत्नी कमला देवी नाराज होकर अपने मायके दादरा थाना चकरनगर इटावा चली गई थी। बेटा कुलदीप भी (16), उसकी विवाहिता पुत्री पायल के साथ उसकी ससुराल छिबरामऊ में था। इस समय मनोज दो छोटी बेटियों आंचल व पलक के साथ घर पर रह रहा था। शुक्रवार सुबह चार बजे मनोज घर से शौचक्रिया के लिए जाने की बात कहकर घर से निकला था। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने उसका शव मिलने की जानकारी दी। परिजनों ने कार्रवाई न करने का प्रार्थना पत्र दिया मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो परिजनों ने मृतक को नशे का आदी बता कर कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। कोतवाली प्रभारी मुकेश चौहान ने बताया कि ग्राम प्रधान अनिल कुमार सहित परिजनों ने कार्रवाई न करने का प्रार्थना पत्र दिया है। इस पर पंचनामा भर कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे