उत्तर प्रदेश के आगरा ताजमहल पर टिकट के लिए मारामारी खत्म नहीं हो रही। बंद खिड़कियों पर पर्यटकों को जूझना पड़ रहा है। 10 खिड़कियों में सिर्फ तीन ही खुल रही हैं। ऑफलाइन टिकट व्यवस्था लागू नहीं होने के कारण कम पढ़े लिखे व गांव-देहात के पर्यटक ऑनलाइन टिकट में ठगी का शिकार हो रहे हैं। विश्वदाय स्मारक पर रोज औसतन 25 हजार पर्यटक पहुंचते हैं। टिकट ऑनलाइन है। पश्चिमी गेट पर टिकट घर पर दस खिड़कियां हैं। जिनमें सिर्फ तीन खुलती हैं। दो भारतीय व एक विदेशी पर्यटकों के लिए। इन पर टिकट के लिए लंबी कतार लगती हैं। जिसे देख विदेशी ही नहीं, भारतीय पर्यटकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। उनका काफी समय खराब होता है। उधर, पूर्वी गेट पर भी टिकट के लिए इंतजार करना पड़ता है। एएसआई ने 2020 में कोविड-19 के प्रसार के चलते ताजमहल को बंद करना पड़ा था। खुलने के बाद उस समय सिर्फ ऑनलाइन टिकट व्यवस्था लागू की गई थी। करीब 3 साल बाद भी यह व्यवस्था नहीं बदली है। इसके चलते ऑफलाइन टिकट के लिए पर्यटकों को लंबा इंतजार व घंटों कतार में लगना पड़ रहा है।