उत्तर प्रदेश के कानपुर में समाज कल्याण विभाग ने दो साल पहले जिन 200 वृद्धों को मृत घोषित कर दिया था, जांच के बाद वे सभी जिंदा मिले हैं। अब इन सभी के पेंशन खाते दोबारा चालू कर दिए गए हैं। 13 के खातों में पेंशन पहुंच भी गई है। इसके अलावा इस साल कागजों में मृत दिखाए गए 2071 वृद्धों में 85 जीवित मिले हैं। हालांकि सचिवों की लापरवाही की वजह से कई वृद्धों की पेंशन रुक गई। इन लोगों ने बगैर जाए ही इन्हें मृत बताते हुए रिपोर्ट लगा दी थी।
अमर उजाला ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो मामला समाज कल्याण निदेशालय पहुंचा। इसके बाद अधिकारियों ने जांच कराई, तो दो साल पहले मृत घोषित किए गए सभी 200 वृद्ध जीवित मिले। 2071 वृद्धों का सत्यापन कराया, तो इसमें भी 85 जीवित मिले इसके बाद वर्ष 2023 मई में सचिवों द्वारा किए गए सत्यापन में गड़बड़ी की आशंका पर सीडीओ सुधीर कुमार ने जिलास्तरीय अधिकारी लगाकर 2071 वृद्धों का सत्यापन कराया, तो इसमें भी 85 लोग जीवित मिले। अब विभाग ने सभी के पेंशन खाते शुरू कर दिए हैं।
सीडीओ के सत्यापन में जीवित मिले वृद्धों की संख्या
ब्लाॅक संख्या
चौबेपुर 9
ककवन 3
पतारा 9
सरसौल 11
विधनू 8
घाटमपुर 10
कल्याणपुर 6
भीतरगांव 12
बिल्हौर 15
शिवराजपुर 2
सत्यापन के दौरान कुल 285 वृद्ध जीवित मिले हैं। जो 200 की सूची पहले से चिह्नित थी, उसमें से 12 लोगों के खाते में पेंशन पहुंच गई है। शेष खातों में पेंशन भेजने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। इस माह के अंत तक पैसा पहुंच जाएगा।