उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ गर्मी के साथ बिजली की ओवरलोडिंग से जूझते विद्युत महकमे ने इस पर रोकथाम की कवायद तेज कर दी है। इसी कवायद के क्रम में ऐसे विद्युत उपभोक्ताओं की जांच की जा रही है, जिनकी मीटर रीडिंग लंबे समय से शून्य आ रही है। अपने जिले में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 12184 है। अब विद्युत टीम एक-एक उपभोक्ता के दरवाजे पर पहुंचकर यह देख रही है कि आखिर रीडिंग शून्य क्यों है। इसके पीछे के कारण क्या हैं। अगर किसी तरह की गड़बड़ी पाई जाएगी तो सीधे मुकदमा आदि की कार्रवाई तय है।पावर कारपोरेशन स्तर से मिले आदेश के क्रम में शहर के 2120, देहात प्रथम के 5311, देहात द्वितीय के 4753 विद्युत उपभोक्ता रडार पर लिए गए हैं। ये वे उपभोक्ता हैं, जिनके नाम से विद्युत संयोजन स्वीकृत है। मगर इनकी रीडिंग लंबे समय से शून्य आ रही है। शहरी क्षेत्र के चारों खंडों में इन उपभोक्ताओं की जांच तेजी से चल रही है। इस जांच में चार कारण देखे जा रहे हैं। पहला ये कि लंबे समय से घर के दरवाजे पर ताला लटका है। दूसरा ये कि केबिल कटी हुई है। तीसरा कि मीटर में किसी तरह की गड़बड़ी है और चौथा मीटर व केबिल में किसी तरह की गड़बड़ है। जहां गड़बड़ सामने आ रही है, वहां मुकदमे के निर्देश दिए गए हैं।इस विषय में विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता राहुल बाबू कटियार बताते हैं कि ओवरलोडिंग रोकने की कवायद में प्रबंधन से मिले आदेश के क्रम में इस तरह के संयोजनों की जांच कराई जा रही है। इसमें पिछले तीन-चार दिन में हुई जांच में अब तक सामने आया है कि अधिकांश घरों पर ताले लगे हैं। इस जांच में सबसे बड़ा फायदा हमें ये हो रहा है कि हम हर घर पर पहुंच रहे हैं और जो घर खुले मिल रहे हैं, उसकी असल विद्युत खपत का भी अंदाजा हो रहा है। ताकि आने वाले समय में उस घर का लोड बढ़वाया जा सके। अलीगढ़। गर्मी के साथ ओवरलोडिंग शुरू होते ही बिजली की लुकाछिपी जारी है। बुधवार को दुबे पड़ाव इलाके में विद्युत आपूर्ति ने सर्वाधिक परेशान किया है। यहां हर आधा घंटे के बाद आपूर्ति बाधित होती रही। हालांकि शाम को मौसम बदलने पर कुछ सुधार दिखाई दिया। यह तो सभी जानते हैं कि पहले से शहर के अधिकांश आबादी वाले इलाके ओवरलोडिंग झेल रहे हैं। इसी समस्या से जूझते हुए गरमी में लोग परेशान होने लगे हैं। बुधवार को शहर के कई इलाकों में दिन भर बिजली दोपहर के समय लुकाछिपी करती रही। इस समस्या से दुबे पड़ाव, आगरा रोड के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। हालांकि यह समस्या सिर्फ शाम पांच बजे से आठ बजे तक हुई। इसके बाद आपूर्ति दुरुस्त हो गई