उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ महानगर के क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मार्गों व अलीगढ़-पलवल मार्ग पर सवारियों को लाने-ले जाने के लिए रोजाना सैकड़ों इको और अन्य डग्गेमार वाहन नियमों की अनदेखी कर चल रहे हैं। इको में आठ की जगह 20-30 यात्री भूसे की तरह भरे जाते हैं। लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। इन डग्गेमार वाहनों की वजह से लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है।टप्पल कस्बा के जेपी पेट्रोल पंप के सामने डग्गेमार वाहन चालकों का अड्डा बना हुआ है। रोज सैकड़ों डग्गेमार वाहन पलवल-हरियाणा-नोएडा मार्गों से होकर बहुतायत में चलते हैं। यात्रियों को भी मजबूरी में इन्हीं का सहारा लेकर सफर करना पड़ता है। डग्गेमार वाहनों ने परिवहन निगम की व्यवस्था को बिगाड़ रखा है। इतना ही नहीं दबंग लोगों की सह पर व्यवस्था के नाम पर ठेकेदार इन्हीं डग्गेमार वाहन चालकों से प्रतिमाह मानदेय वसूल रहे हैं। कस्बा में ट्रैफिक पुलिस कर्मी के तैनात होने के बावजूद डग्गेमार वाहनों पर लगाम नहीं लग पा रहा है।।