उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ महानगर के महुआ खेड़ा क्षेत्र के ग्रीन पार्क अपार्टमेंट में दसवीं के छात्र दक्ष की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। दक्ष ने गैरसमुदाय की सहपाठी छात्रा मित्र के परिवार के दबाव में आत्महत्या की है। छात्रा मित्र के परिवार की ओर से दक्ष पर छात्रा से दूरी बनाने का दबाव बनाया जा रहा था। यह आरोप लगाते हुए दक्ष के अधिवक्ता पिता ने मुकदमा दर्ज करा दिया है। जिसमें छात्रा के माता-पिता व एक अन्य मोबाइल नंबर धारक आरोपी बनाए गए हैं। पुलिस इस तथ्य के आधार पर अब जांच में जुट गई है।ये वाकया 30 मई की रात का है। ग्रीन पार्क निवासी कर अधिवक्ता व सीए अमित निर्मल अपनी पत्नी के साथ मसूरी गए थे। घर में बड़ा बेटा दक्ष अकेला था। दसवीं में इस बार 94 फीसद अंक लाकर पास हुए दक्ष से माता-पिता की रात तक आखिरी बार बात हुई और जब एक बजे वे घर पहुंचे तो फ्लैट में उसकी लाश लटकी मिली। हालांकि शुरुआत में शोर मच गया कि वह अपने कम नंबर आने से असंतुष्ट था। मगर उस समय तक परिवार इस बात पर सहमत नहीं था। वहीं पुलिस ने तथ्यों की जांच करने के लिए दक्ष का मोबाइल व लैपटॉप कब्जे में लेकर उसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया। हालांकि अभी फॉरेंसिक लैब से कोई विशेष जानकारी पुलिस को नहीं मिली। मगर उससे पहले दक्ष के पिता ने जानकारी जुटाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर महुआ खेड़ा विजय सिंह ने मुकदमे की पुष्टि करते हुए बताया कि परिवार के आरोप और मोबाइल से मिले तथ्यों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। छात्रा के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। वह अभी अलीगढ़ से बाहर हैं।दक्ष के अधिवक्ता पिता की ओर से कराए गए मुकदमे में आरोप हैं कि बेटे की मौत के बाद उसकी आत्महत्या के कारणों को लेकर जब जानकारी की गई तो पता चला कि दक्ष की सिविल लाइंस इलाके की गैर समुदाय की एक सहपाठी छात्रा से दोस्ती थी। इस दोस्ती पर छात्रा के परिवार का ऐतराज था। इसी ऐतराज के क्रम में 29 मई को छात्रा ने मोबाइल पर कॉल व टेलीग्राम पर संदेश दिया। दबाव बनाते हुए उसे आत्महत्या के लिए उकसा कर यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया। इसी के चलते दक्ष ने ऐसा किया। आरोप है कि इस विषय में जब छात्रा की मां से बात हुई तो उसने बातचीत में यह बात स्वीकारी कि समुदाय अलग होने के कारण उनके पड़ोसी ने बेटी को दक्ष से अलग करने का दबाव बनाया था। वह दक्ष की छात्रा से दोस्ती पर ऐतराज जताता था। वह व्यक्ति कहता था कि गैर समुदाय के होने के कारण दोस्ती ठीक नहीं है। साथ में वह दक्ष के सभी दोस्तों को जानता है। वह छात्रा की मां को जिस नंबर से फोन करता है, वह नंबर भी मुकदमे में उल्लेखित किया गया है, जो गैर मुल्क का नंबर है। इस आधार पर महुआ खेड़ा पुलिस ने छात्रा के माता-पिता व मोबाइल नंबर धारक पर दक्ष को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।इस विषय में पुलिस की अब तक की जांच में उजागर हुआ है कि दक्ष अपनी सहपाठी दोस्त से स्कूल के बाहर मिला था। इसी दौरान उस पर छात्रा के परिवार के करीबी की नजर पड़ गई। बस उसी दिन से परिवार दोनों को अलग रहने पर दबाव बनाने लगा। साथ में पता चला है कि छात्रा के पिता सऊदी में रहते हैं। छात्रा यहां मां के साथ रहती है। परिवार के करीबियों का दखल ज्यादा रहता है। जानकारी में आया है कि इस घटना के बाद छात्रा की तबियत खराब हो गई है। उसे परिजन उपचार के लिए दिल्ली ले गए हैं। जहां उसका उपचार चल रहा है। पुलिस की एक टीम अब दिल्ली जाने की तैयारी कर रही है। वहां छात्रा के बयान दर्ज किए जाएंगे। हालांकि अभी तक टेलीफोन की बातचीत में उसका बीमार होना बताया गया है। सच में वह बीमार है या कोई कोई बात हुई है। यह पुलिस के दिल्ली जाने पर उजागर होगा। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले में जल्द टीम दिल्ली भेजी जाएगी।इस मामले में पुलिस को दक्ष व उसकी दोस्त के मोबाइल से आपस में बातचीत व चेट के साक्ष्य मिले हैं। जिसमें दोनों की दोस्ती का अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है। साथ में छात्रा की मां के मोबाइल से दक्ष को फोन किए जाने के साक्ष्य भी घटना से एक दिन पहले के मिले हैं। यह भी इस मुकदमे का बड़ा आधार बना हैं परिवार का कहना है कि पहले दिन अचानक कम नंबर की बात कहां से तूल पकड़ी थी। यह समझ नहीं आया। हम चूंकि उस समय खुद को संभाल नहीं पा रहे थे। मगर सच्चाई बाद में सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे