उत्तर प्रदेश के कासगंज। फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए एक ही परिवार के तीन लोगों का इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। चिकित्सकों ने पीड़ितों की हालत में सुधार होने पर उन्हें शुक्रवार को खिचड़ी भी खिलाई। चिकित्सकों का कहना है कि अभी एक दिन चिकित्सा और दवाओं की जरूरत है। क्योंकि लगातार उल्टी दस्त होने के कारण पीड़ितों के शरीर में काफी कमजोरी है।फूड प्वाइजनिंग का शिकार गया प्रसाद (45) निवासी महदवा का परिवार हुआ। बताया गया कि मंगलवार की रात्रि को घी के पराठे बनाए गए थे और आलू की रसेदार सब्जी। यह भोजन गया प्रसाद, उनकी पत्नी पुष्पा देवी (40), बेटी करिश्मा(13), बेटा नंदकिशोर (8) ने खाया। खाना खाकर सभी सो गए, लेकिन सभी को अपच की शिकायत होने बाद सभी को उल्टी दस्त होने लगे। गांव के ही एक ग्रामीण चिकित्सक से परिजनों ने दवाई ली, लेकिन आराम नहीं मिला और उल्टी दस्त का सिलसिला चलता रहा। बृहस्पतिवार की सुबह बालिका करिश्मा की हालत काफी बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। अब इमरजेंसी वार्ड में अन्य का इलाज किया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे