उत्तर प्रदेश के कासगंज। बीते 2017 के निकाय चुनाव में हुई घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन इस बार पूरी तरह से सतर्क है। इस बार के चुनाव में प्रशासन ने जिले के सभी 294 बूथों को संवेदनशील, अति संवदेनशील एवं अतिसंवेदनशील पल्स की श्रेणी में रखा है। क्योंकि 2017 के चुनाव में पथराव, फायरिंग के साथ हंगामे की घटनाएं हुई थी। वर्ष 2017 के चुनाव में जिले के 293 बूथों पर वोट डाले गए। इन बूथों में से 290 बूथों को संवेदनशील, अतिसंवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखकर इंतजाम किए गए। इन इंतजामों के बाद भी चुनाव पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न नहीं हो सके। पुख्ता इंतजामों के बाद भी गंजडुंडवारा एवं भरगैन क्षेत्र में मतदान के दिन कई बूथों पर झड़पें हुईं। पथराव एवं फायरिंग की घटनाएं भी हुई। सिढ़पुरा, सोरोंजी एवं बिलराम क्षेत्र में भी फर्जी वोटों को लेकर प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। कई बूथों पर हंगामा हुआ।वर्ष 2023 के निकाय चुनाव में 294 बूथों पर वोट डाले जाएंगे। गंजडुंडवारा में एक बूथ बढ़ाया गया है। पिछले चुनाव मेंं कासगंज में सामान्य रखे गए 3 बूथ एवं गंजडुंडवरा में बढ़ा एक बूथ को भी इस बार सामान्य में नहीं रखा गया है। प्रत्याशियों के बीच चुनाव के कड़े मुकाबले को देखते हुए प्रशासन इस बार काफी कड़े इंतजाम कर रहा है। चुनाव में पहली बार आईटीबीपी को लगाया जा रहा है।निकाय चुनाव के लिए बूथों को संवेदनशील, अतिसंवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखकर सुरक्षा व्यवस्था की गई है।