आगरा समाचार उत्तर प्रदेश के आगरा मे संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक आयोजित की गई। बैठक सेफ सिटी के तहत की गई। इसमें सिटी बसों के साथ ही ओला व उबर टैक्सियों में सीसीटीवी व पैनिक बटन की सुविधा को परमिट शर्तों में शामिल करने पर मुहर लगी। साथ ही चालकों का चरित्र सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में मंगलवार को मंडलायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में नए परमिट, परमिट नवीनीकरण, वाहनों का प्रतिस्थापन और परमिट निरस्तीकरण के प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
निजी सवारी बस, माल वाहक वाहनों, स्कूली बसों आदि के लिए 3893 नए परमिट, 1027 वाहनों के परमिट का नवीनीकरण किया गया। 68 वाहनों का प्रतिस्थापन किया। 2197 परमिटों को निरस्त भी किया गया। ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल संचालकों को प्रशिक्षण वाहनों के लिए परमिट दिए जाने, गाड़ियों का चालन सिखाने के लिए क्षेत्र का निर्धारण करने का निर्णय लिया गया। साथ ही सेक्टर 37 परी चौक, यमुना एक्सप्रेसवे पर बीएस-6, सीएनजी और 2016 मॉडल की डीजल चालित बसों को ही नए परमिट दिए जाने की व्यवस्था की गई।
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत सिटी बस, ओला, उबर आदि वाहनों की परमिट शर्तों में सीसीटीवी, पैनिक बटन अनिवार्य करने पर विचार किया गया। पुराने परमिट पर नई गाड़ी खरीदने (वाहन प्रतिस्थापन) के संबंध में ऑटो रिक्शा/टेंपो के लिए 6 माह एवं अन्य वाहनों के लिए चार माह के निर्धारित समय के भीतर ही कार्यवाही पूरी करनी होगी। कारखानों/फैक्टरियों में संचालित होने वाले वाहनों के लिए क्षेत्र निर्धारण कर परमिट जारी किए जाने की अनुमति दी गई।