उत्तर प्रदेश के आगरा के थाना अछनेरा में तैनात दो मुख्य आरक्षियों ने अवैध मिट्टी खनन से लदे ट्रैक्टर ट्राॅली पकड़े तो उनका एसओ से विवाद हो गया। एसओ ने ट्रैक्टर ट्राॅली सीज कर दिए मगर खनन की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को नहीं भेजी। इसकी शिकायत होने पर पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने एसओ रोहित आर्य सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। शनिवार की रात अछनेरा थाने में तैनात एक दरोगा और दो आरक्षियों ने मिट्टी खनन करके ला रहे दो ट्रैक्टर ट्राॅलियों को पकड़ा था। दोनों वाहनों को थाने में खड़ा करा लेने पर एसओ का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया। एसओ बगैर जानकारी दिए खनन पकड़ने पर नाराज थे। बाद में दोनों ट्रैक्टर 207 एमवी एक्ट में सीज किए गए। इसकी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई। रविवार को खनन पकड़ने वाले पुलिसकर्मियों की रात के बाद दिन की ड्यूटी भी लगा दी गई। इसकी शिकायत डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार से की गई। इस पर उन्होंने जांच एसीपी अछनेरा राजीव सिरोही ने को दी। एसीपी ने जांच के बाद एसओ के कारखास सिपाहियों नितिन बालियान व सुनीत कुमार के साथ ही खनन का ट्रैक्टर पकड़ने वाले मुख्य आरक्षी अभिनंदन और ज्ञानेद्र बाबू को भी थाने से हटाकर लाइन भेजने की रिपोर्ट दी। इस पर पुलिस आयुक्त ने चारों पुलिसकर्मियों के साथ ही एसओ रोहित आर्य को भी लाइन हाजिर कर दिया। पुलिस आयुक्त का कहना है कि खनन की बात छुपाने और खनन की रिपोर्ट को ट्रैक्टरों के पकड़े जाने के 24 घंटे के बाद देने के कारण एसओ को हटाया गया है।